tag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post8272919534557617038..comments2023-10-07T14:12:38.473+05:30Comments on चित्रों का आनंद: प्रातः भ्रमणदेवेन्द्र पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-41364894294846470842014-02-27T17:42:38.004+05:302014-02-27T17:42:38.004+05:30बोलती हुई तस्वीरें
हमारे देश में एक मिथक चला आ र...बोलती हुई तस्वीरें <br /><br />हमारे देश में एक मिथक चला आ रहा है कि देवता सोमरस का पान करते हैं और अप्सराओं के साथ राग रंग में स्वर्ग का आनंद उठाते हैं .वह सोम रस क्या है ? सोम का अर्थ है चन्द्रमा और चंद्रदेव को ही जड़ी बूटियों का अधिपति माना गया है .इन जड़ी बूटियों में चन्द्रमा अपनी किरणों से उज्ज्वलता और शान्ति भरते हैं .इसीलिए इन जड़ी बूटियों से जो रसायन तैयार होकर शरीर में नव जीवन और नव शक्ति का संचार करते हैं उन्हें सोमरस कहा जाता है .<br /><br />ऐसा ही एक सोमरस रसायन मुझे तैयार करने में सफलता मिली है जिसमे मेहनत और तपस्या का महत्वपूर्ण योगदान है .वह है- निर्गुंडी रसायन <br /> और<br /> हल्दी रसायन <br />ये रसायन शरीर में कोशिका निर्माण( cell reproduction ) की क्षमता में ४ गुनी वृद्धि करते हैं .<br />ये रसायन प्रजनन क्षमता को ६ गुना तक बढ़ा देते हैं .<br />ये रसायन शरीर में एड्स प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न कर देते हैं <br />ये रसायन झुर्रियों ,झाइयों और गंजेपन को खत्म कर देते हैं <br />ये रसायन हड्डियों को वज्र की तरह कठोर कर देते हैं.<br />ये रसायन प्रोस्टेट कैंसर ,लंग्स कैंसर और यूट्रस कैंसर को रोकने में सक्षम है.<br /><br />अगर कोई इन कैंसर की चपेट में आ गया है तो ये उसके लिए रामबाण औषधि हैं.<br /> अर्थात <br />नपुंसकता,एड्स ,कैंसर और बुढापा उन्हें छू नहीं सकता जो इन रसायन का प्रयोग करेंगे .<br />मतलब देवताओं का सोमरस हैं ये रसायन.<br />9889478084<br />alka mishrahttps://www.blogger.com/profile/01380768461514952856noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-29175919863737416702014-02-16T20:03:20.804+05:302014-02-16T20:03:20.804+05:30आप लोगों को पोस्ट पसंद आई। आज की मेहनत सफल हुई। सभ...आप लोगों को पोस्ट पसंद आई। आज की मेहनत सफल हुई। सभी को तहे दिल से धन्यवाद। एक बात समझ में नहीं आ रही। चित्र पसंद आ रहे हैं तो इस ब्लॉग के प्रशंसक क्यों नहीं बढ़ रहे?देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-31710033231517994762014-02-16T20:00:17.645+05:302014-02-16T20:00:17.645+05:30धन्यवाद।धन्यवाद।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-26176547545305442812014-02-16T19:30:52.497+05:302014-02-16T19:30:52.497+05:30प्रातःकाल कि सुन्दर तस्वीरें...
:-)प्रातःकाल कि सुन्दर तस्वीरें...<br />:-)मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-63915736914399474742014-02-16T18:29:33.891+05:302014-02-16T18:29:33.891+05:30प्रात: काल प्रकृति से जुड़ाव सहज ही सेहत के लिए अच्...प्रात: काल प्रकृति से जुड़ाव सहज ही सेहत के लिए अच्छा होता है। <br /><br />सुन्दर तस्वीरें सर।।<br /><br /><b>नई कड़ियाँ :</b> <a href="http://harshprachar.blogspot.in/2014/02/Bhopal-Yatra-Sanchi-Stup-and-.html" rel="nofollow"><b> मेरी भोपाल यात्रा (दूसरा दिन) - साँची का स्तूप और साँची के बौद्ध स्मारक - 1</b></a>HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-61065607719833384552014-02-16T18:12:39.377+05:302014-02-16T18:12:39.377+05:30येक बात लिखना भूल गया,हर तरफ सुनहरा रंग छाया हुआ ह...येक बात लिखना भूल गया,हर तरफ सुनहरा रंग छाया हुआ है जो,सभी फोटो को ख़ूबसूरत बना रहा है.वाह ! कमाल की फोटोग्राफी है !<br />prem ballabh pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16202190259689692899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-8701939105601197642014-02-16T17:59:14.586+05:302014-02-16T17:59:14.586+05:30सलाह बहुत अछ्छी है और सबको आजमाना चाहिये - खूब घूम...सलाह बहुत अछ्छी है और सबको आजमाना चाहिये - खूब घूमिये सुबह-सुबह ,अकेले -अकेले और प्रकृति का आनंद लिजीये. क्या बात है !prem ballabh pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16202190259689692899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-24459139567491647782014-02-16T17:08:28.830+05:302014-02-16T17:08:28.830+05:30ऐसे सुंदर प्राकृतिक चित्रो का अवलोकन सिर्फ एक भटक...ऐसे सुंदर प्राकृतिक चित्रो का अवलोकन सिर्फ एक भटकती आत्मा ही करवा सकती है। बहुत चैन आया मुझे। बैचैन अत्मा जी। आभार।Harivansh sharmahttps://www.blogger.com/profile/14038836218649982465noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-35615918416898005672014-02-16T17:06:57.551+05:302014-02-16T17:06:57.551+05:30बहुत सुन्दर चित्र !
latest post प्रिया का एहसासबहुत सुन्दर चित्र !<br />latest post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2014/02/blog-post_16.html#links" rel="nofollow"> प्रिया का एहसास</a>कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1757067214076321133.post-27107257654501291432014-02-16T13:26:39.371+05:302014-02-16T13:26:39.371+05:30बहुत सुंदर चित्र हैं.....बहुत सुंदर चित्र हैं..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.com