आज सुबह कड़ाके की ठंड थी। कोहरा घना नहीं था। धान के नये बीज अंकुरित हो चुके हैं! यह विश्वविद्यालय है, यहाँ कुछ नया दिख ही जाता है।
यह अस्सी स्थित सिद्धेश्वर महादेव का मंदिर है। रूद्राभिषेक चल रहा है। आज कोई खास दिन नहीं है। यह यहाँ के स्थानीय निवासियों का धार्मिक पिकनिक है। जाड़े का मौसम है, छुट्टी का दिन है बस इतना ही काफी है, बनारसियों को मौज लेने के लिए। अस्सी, दुनियाँ के रंग में नहीं, अपने रंग में रहता है।
भजन-संगीत का पूरा इंतजाम है। कहीं दूध से तो कहीं भजन से बाबा की आराधना चल रही है।
बीच-बीच में गज़ल भी ..।
बाबा का प्रसाद और भोजन के बाद भजन सुनने का मजा ही कुछ और है!
जय हो !
ReplyDeleteआप भी कहां कहां भटकते रहते हैं !!! चित्र अच्छे है !
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