पिछली पोस्ट सूर्योदय की प्रतीक्षा में आपने देखा कि सूर्योदय के साथ-साथ लोगों के रोजी रोज़गार और चाहतें भी जुड़ी हैं। पंडित जी आरती कर रहे हैं, फोटोग्राफर सुंदर तस्वीर चाहते हैं, मल्लाहों को पर्यटकों की उम्मीद है, पर्यटकों को सुंदर दृश्य, पंछियों को दाने-पानी की तलाश और धर्मात्माओं को अधिक से अधिक पुन्य बटोर लेने की चाहत। धीरे-धीरे सूर्योदय होता है। जिसे देख सभी मस्ती में झूमने लगते हैं। सूर्योदय की प्रतीक्षा के बाद सूर्य को उदित होते देखना जिस्म में एक अलग ही उर्जा का संचार करता है। यह प्रतीक्षा करने वाला, देखने वाला ही महसूस कर सकता है। आप इन चित्रों से कितनी उर्जा ग्रहण कर पाते हैं यह आप जाने लेकिन धीरे-धीरे ध्यान से देखते जाइये, महसूस कीजिए कि आप गंगा के घाटों पर घूम रहे हैं, सूर्योदय देख रहे हैं तो एक बात निश्चित है कि आपको आनंद तो आएगा ही।
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सूर्योदय देखकर सभी प्रसन्न हैं। अपनी ओर से इन चित्रों में अभिव्यक्त हो रही अभिव्यक्ति में कुछ जोड़ने चाहें तो आपका स्वागत है।
चित्र बहुत सुन्दर हैं एक से बढ़कर एक नयनाभिराम...पर ये देवेन्द्र पाण्डेय बीचो बीच कहाँ टांक दिया है आपने !
ReplyDelete:-) :-)
Deleteजी..चित्रों के मोह से यह गलती हो गई। आगे से नहीं लिखूँगा..
Deleteचित्र न. ५ में मुर्गा भी है :)
ReplyDeleteलगता है ये भी उर्जा ग्रहण कर रहा है आगे उर्जावान उदर में जाने के लिए
चौथा चित्र बहुत बहुत अच्छा लगा ..... सुंदर फोटोस
ReplyDeleteवाह भई आप तो बहुत बहुत बल्ले बल्ले फ़ोटो लेते हैं
ReplyDeleteचार नम्बर फोटॊ सबसे सुन्दर है !
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