आपन धरती माई के सुन्दरता निहार देखूँ , मनवा में धानी पियर चूनर बस जाs ताs केहू आपन देख के मेहरारू, खुस होs लाs, हम धरती माई के देखी लाs जी जुड़ाए के. कहत सलिल बाबू बइठ के ई खेत में कि धान सरसों के आगे सब्भे ब्यूटी फेल बाs कहs भाई एह रंग संगे कोनो जनम में आर्टिफिसियल लाली, लिपिस्टिक के कोनो मेल बाs??
वाह!
ReplyDeleteबहुत सुंदर ...!!
ReplyDeleteउर्जा से भरपूर धरती !
ReplyDeleteनई पोस्ट सर्दी का मौसम!
नई पोस्ट लघु कथा
आपन धरती माई के सुन्दरता निहार देखूँ , मनवा में धानी पियर चूनर बस जाs ताs
ReplyDeleteकेहू आपन देख के मेहरारू, खुस होs लाs, हम धरती माई के देखी लाs जी जुड़ाए के.
कहत सलिल बाबू बइठ के ई खेत में कि धान सरसों के आगे सब्भे ब्यूटी फेल बाs
कहs भाई एह रंग संगे कोनो जनम में आर्टिफिसियल लाली, लिपिस्टिक के कोनो मेल बाs??
वाह! क्या खूब....!!!
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