श्री पंकज मधेशिया सर के साथ सारनाथ बनारस में
दिनाँक 26-12-2022
चौक, लखनऊ में मख्खन मलाई की कई दुकानें हैं। बनारस के मलइयो की तरह यह भी जाड़े के दो महीनों में मिलने वाली स्पेशल डिश है। अपने IFMTR सेक्टर-25 से लगभग 7-8 किमी की दूरी पर है। प्रातः भ्रमण करते हुए आज हम लोग, मख्खन मलाई खाने जा पहुँचे चौक। चौराहे पर ही मख्खन, मलाई, छाछ की कई दुकानें सज्ज थीं। दो भाइयों की दुकानें आस पास ही थीं। नाम पूछा तो बोले. बृजेश कश्यप, अमित कश्यप। बृजेश ने अपनी दुकान पर तस्वीर लगा रख्खी थी जिसके नीचे लिखा था...दौलत की चाट, राम शरण, मख्खन मलाई छाँछ। मैने पूछा किसकी तस्वीर है? दोनो भाई आगे आ गए फिर बृजेश गर्व से बताया.….ये मेरे पिताजी हैं और ये इसके। वो जो तस्वीर में बच्चा खड़ा है न? ये हम हैं। वहाँ हम लोगों ने मन भर मख्खन मलाई खाया और थोड़ा पैक भी करा लिया।
यहीँ पास ही राम मंदिर की गली में सेवकराम मिठाई वाले की दुकान है। वहाँ की जिलेबी के साथ फिर मख्खन मलाई और देसी घी में छनी गरम कचौड़ी खाने के बाद हम पूरी तरह तृप्त हो चुके थे और अब हमारा बनारसी मन, पान की दुकान ढूँढने लगा। चौराहे के उस पार भोला पान भंडार दिख ही गया। बढ़िया दुकान है। चार महीने में पहली बार लखनऊ में पान खाने का आनन्द आया। अपनी मॉर्निंग तो गुड हो गई।
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यह सारनाथ, वाराणसी की तस्वीर है।