बाजार से झाँवाँ, करौंदे व अशोक की पत्तियाँ खरीदते लोग।
वैसी ही एक दूसरी दुकान।
यह उम्र तो खिलौनौ से खेलने की है !
घर-घर में जन्माष्टमी ।
माँ आनंदमयी आश्रम, भदैनी में कृष्ण मंदिर ।
बांस फाटक स्थित प्रसिद्ध सत्य नारायण मंदिर ।
गली के एक घर में.. ।
सोनारपुरा में जन्माष्टमी की झाँकी।
गोपाल मंदिर, चौखंभा के बाहर सजी दुकानें और बारिश से बचने के लिए खड़े लोग।
कृष्ण दर्शन और फोटोग्राफी के चक्कर में रात हो गई, पूरी तरह भीग गया लेकिन आनंद खूब आया। :)
जै श्री कृष्ण !
नोटः ये 2012 की तस्वीरें हैं।
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