Oct 2, 2016

कमल की कहानी





11 comments:

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    1. कथा का अंत दुखांत लगा !

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  2. जी कथा का अंत दुखांत है

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  3. कथा परम सत्य ! कमल अति सुन्दर !

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    1. कथा बांचने के लिए आभार आपका.

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  4. रास्ते के किनारे किनारे कमल क़तार में खिले हैं , ये बहुत सुंदर लग रहा है , जैन मंदिर सारनाथ का है क्या ?

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    1. इतने हड़बड़ी से क्यों पढ़े दादा.? किनारे-किनारे कमल खिले नहीं हैं. खिले कमल को पत्थरों पर कतार से ला कर रखे गए हैं. यह एक कहानी है. जरा धैर्य से पढ़िए.

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  5. कमल एक खिला
    फिर पथ शोभा बना
    फिर पितांबर शोभा

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  6. कमल - पापा के शब्द याद आते हैं
    "बेटी,कमल बनना"

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    1. मतलब कीचड़ में रहकर भी कमल की तरह खिलना. यहाँ तो कमल को पत्थरों के हवाले कर दिया लोगों ने.

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