राम नगर का प्रसिद्ध किला लंका से मात्र दो किमी की दूरी पर है। नदी पार करने की देर है। बाढ़ को छोड़कर शेष दिनो में नदी पार करने के लिए पीपे का पुल बना है। बगल में पक्का पुल भी निर्माणाधीन है।
किले के अंदर फोटोग्राफी प्रतिबंधित है। केवल बाहर का ही फोटो खिंचा जा सकता है। बाहर जितना चाहे उछल-कूद कर लो लेकिन भीतर के संग्रहालय की तस्वीरें खींचना मना है। ये लोग भी घूमने आये हैं। मैं इन्हें नहीं जानता लेकिन देखा कि तोप चलाने और गोली लगने का बढ़िया अभिनय कर रहे हैं तो खींच लिया। :)
किले के भीतर का संग्रहालय दर्शनीय है। पुराने जमाने के हथियार, पालकी, वस्त्र रखे हैं। रह-रहकर मेरा हाथ कैमरे की ओर जाता, कोई था भी नहीं, खींच सकता था लेकिन साफ लिखा था कि फोटो खींचना मना है तो क्या करता! :( पुराने किले की बाहरी सुंदरता भी लाज़वाब है।
नक्काशीदार किला।
यह पुल बन जाता तो बाढ़ के दिनो में भी आराम हो जाता। पीपे के पुल से कुछ दिनो पहले एक कार गिर चुकी है।
अब लौटना चाहिए...
बन रहे नये पुल का यह भाग नदी में अच्छा लग रहा था। सोचा एक तस्वीर ले ही लिया जाय।
हाँ, एक बात तो बताना भूल ही गया। रामनगर कभी जांय तो लस्सी पीना मत भूलियेगा। यहाँ किले के पास लस्सी बहुत बढ़िया मिलती है। बनारस से भी लोग लस्सी पीने यहाँ जरूर आते हैं।
....बढ़िया है राम नगरिया !
ReplyDeleteबढ़िया रही रामनगर की सैर! बधाइयाँ एक बार फिर से!
ReplyDeleteमुझे भी लस्सी पीना है यहाँ की ,मगर पता नहीं कब पी पाउँगा !
ReplyDeleteबढ़िया चित्र हैं.....माफ़ कीजिये मुझे पता नहीं है की रामनगर है कहाँ पर .....ये लंका क्या 'श्री लंका' है ?
ReplyDeleteअरे यार! एक बार बनारस घूम ही लो। यहाँ त्रिलोक है। काशी भी, काबा भी। लंका भी, श्री लंका भी। :)
Deleteलंका में ही काशी हिंदू विश्व विद्यालय है।
यहाँ नाव वाले भी ले जाते होंगे?
ReplyDeleteले जाते हैं। टेट अधिक ढीली करनी पड़ती है। :)
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