नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित यह मन्दिर अनूठा है। इसमें पानी में तैरते नागों की सैय्या में विष्णु भगवान पीठ के बल लेटे हुए हैं। बौद्ध धर्म को मानने वाले इसे बुधानीलकंठ कहते हैं। नीलकंठ नाम होने के कारण शिव के भक्त इसे जहर पीने वाले भोलेनाथ कहते हैं। शिल्पकला का तो यह नायाब नमूना है ही । गूगल सर्च करेंगे तो कई रोचक जानकारी हाथ लगेगी। मन्दिर में फोटोग्राफी की मनाही थी, यह वीडियो भी दूर से, चारों तरफ घूम घूम कर बनाया गया है।
No comments:
Post a Comment