काठमांडू से पोखरा की दूरी लगभग 200 किमी है। भुसखलन और बारिश से सड़कें खराब हैं। सड़कों का निर्माण, मरम्मत का कार्य भी चल रहा है। मार्ग के बीच में प्रसिद्ध मनोकामना देवी का मन्दिर पड़ता है। केवल कार से ऊँची-ऊँची दो पहाड़ी चोटियों को पार करने के बाद देवी का मन्दिर आता है।
कल सुबह मन्दिर 10 बजे पहुँचे तो no parking के साथ भक्तों की इतनी लम्बी लाइन लगी थी कि भीड़ में शामिल होने की हिम्मत ही नहीं हुई। नीचे से ही देवी को प्रणाम कर आगे बढ़ गए। दर्शन में ही शाम हो जाती और हम लोग दुखदायी सड़कों पर सुबह 6 बजे 4 घण्टे की यात्रा कर चुके थे, आगे पोखरा तक की यात्रा बाकी थी।
यहाँ से पोखरा की दूरी लगभग 100 किमी है। लगभग 50 किमी तक तो बढ़िया 4 लेन बन चुका है लेकिन शेष 50 किमी दुखदायी है। जैसे तैसे दिन में 1 बजे के आस पास पहुँचे तो सबसे पहले भोजन के लिए, फेवा झील के किनारे एक प्रसिद्ध 'थकाली आमा' रेस्टुरेंट की सीढ़ियाँ चढ़ते चले गए। भोजन स्वादिष्ट होने के साथ रेस्टुरेंट कलात्मक दृष्टि से अपनी संस्कृति की अलग पहचान बनाए हुए है।
सड़कें खराब होने के कारण यात्रा का वीडियो बढ़िया नहीं बना लेकिन यादगार तो है....लिंक...
https://youtu.be/_uKl9rhP6GM?si=nTpr-_JzUUhYPmEP
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